स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं और लोग इसके बिना कुछ घंटे भी नहीं बिता सकते हैं। इसके अतिरिक्त, डिजिटल क्रांति के कारण, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य स्थानों के कई छात्र लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों पर काफी समय व्यतीत करते हैं। हालांकि, एक नए अध्ययन में पाया गया है कि लंबे समय तक गलत शारीरिक मुद्रा में बैठने से बच्चों और युवाओं को कमर दर्द हो सकता है।
ब्राजील के शोधकर्ताओं का एक अध्ययन हेल्थकेयर नामक विज्ञान पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में पाया गया है कि यदि आप दिन में 3 घंटे से अधिक समय तक स्मार्टफोन या स्क्रीन देखते रहते हैं, तो यह आपकी रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि स्मार्टफोन की स्क्रीन को अपनी आंखों के बहुत करीब रखकर और गलत सपोर्ट की मदद से गलत पोजीशन में बैठना खतरनाक हो सकता है।
अध्ययन थोरैसिक रीढ़ में दर्द पर केंद्रित है, जो छाती के ठीक पीछे पीठ का हिस्सा है, जो गर्दन के निचले हिस्से से शुरू होकर कंधों के ठीक नीचे होता है। शोधकर्ताओं ने साओ पाउलो राज्य के एक मध्यम आकार के शहर में हाई स्कूल के पहले या दूसरे वर्ष में है और 14 से 18 साल के है।
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मार्च-जून 2017 में एक बेसलाइन प्रश्नावली पूरी की गई जिसमें 1628 युवाओं ने भाग लिया। उसके बाद इनमें से 1393 लोगों ने 2018 में फॉलोअप दिया। सर्वे में पाया गया कि 38.4% प्रतिभागियों में टीएसपी के लक्षण थे। यहां लड़कों से ज्यादा लड़कियों में TSP की शिकायत पाई गई।
रिपोर्ट कहती है कि आजकल TSP वयस्कों के साथ ही बच्चों और किशोरों में काफी देखा जाने लगा है। वयस्कों में यह 15-35% पाया जाता है जबकि बच्चों और किशोरों में यह 13-35% पाया जाता है। कोविड-19 के बाद स्मार्टफोन के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है, जिससे लोगों पर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी बढ़ा है। शोध से पता चला है कि स्कूलों और संस्थानों के अलावा, बच्चों और युवाओं को घर पर भी अधिक शारीरिक रूप से सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।